“देश में हालात युद्ध जैसे”: ममता बनर्जी ने केंद्र से की कड़े राजनयिक कदम की मांग
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश के मौजूदा हालात पर चिंता जताते हुए कहा है कि भारत एक ‘युद्ध जैसे माहौल’ का सामना कर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह स्थिति को गंभीरता से लेते हुए कड़े राजनयिक कदम उठाए, जिससे देश की सुरक्षा और शांति सुनिश्चित की जा सके।
ममता बनर्जी ने सोमवार को कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा,
“देश में जो माहौल बन रहा है, वह चिंताजनक है। हालात युद्ध जैसे होते जा रहे हैं। यह वक्त सियासत करने का नहीं, बल्कि एकजुट होकर देश की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का है।”
अंतरराष्ट्रीय तनाव पर प्रतिक्रिया
हाल के दिनों में ईरान-इज़राइल तनाव, सीमा पार गतिविधियाँ, और देश के अंदरूनी राजनीतिक तनावों के बीच ममता बनर्जी का यह बयान काफी अहम माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार जल्द और सख्त डिप्लोमैटिक ऐक्शन नहीं लेती, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि,
“भारत हमेशा शांति का समर्थक रहा है। लेकिन जब देश की सीमाओं या आंतरिक व्यवस्था पर खतरा हो, तो चुप रहना उचित नहीं।”
विपक्ष का सुर एक?
ममता बनर्जी के इस बयान को विपक्षी दलों के बीच एकजुटता के संकेत के तौर पर भी देखा जा रहा है। TMC सुप्रीमो के अनुसार, इस समय राजनीतिक मतभेद भुलाकर सभी दलों को देशहित में एक मंच पर आना चाहिए।
देश की सुरक्षा सर्वोपरि
बनर्जी ने केंद्र सरकार को याद दिलाया कि
“राजनीति बाद में आती है, देश की सुरक्षा पहले। अब वक्त है कड़े फैसले लेने का, ताकि भारत की शांति और प्रतिष्ठा बनी रहे।”
निष्कर्ष:
ममता बनर्जी का यह बयान ऐसे समय आया है जब देश और दुनिया में राजनीतिक और सैन्य तनाव बढ़ रहे हैं। उनके अनुसार, केंद्र को अब निष्क्रिय नहीं रहना चाहिए और राजनयिक स्तर पर ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। क्या केंद्र सरकार इस अपील पर कोई प्रतिक्रिया देगी, यह देखना अब अहम होगा।