नई दिल्ली, 18 अगस्त । कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज सैमसंग ने भारत में अपनी ग्रेटर नोएडा स्थित फैक्ट्री में लैपटॉप का निर्माण शुरू कर दिया है। यह कदम न केवल ‘मेक इन इंडिया’ पहल को गति देगा, बल्कि भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को भी वैश्विक स्तर पर मजबूती प्रदान करेगा।

सैमसंग पहले से ही अपनी इस फैक्ट्री में फीचर फोन, स्मार्टफोन, वियरेबल्स और टैबलेट का उत्पादन कर रही थी। अब लैपटॉप निर्माण जुड़ने से कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग पोर्टफोलियो में एक और बड़ा विस्तार हुआ है।
सरकार का फोकस – इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में आत्मनिर्भर भारत
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि सैमसंग भारत में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी डिवाइस का उत्पादन बढ़ा रही है। उन्होंने बताया कि 2014-15 में जहां भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 31 अरब डॉलर था, वहीं अब यह बढ़कर 133 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।

सरकार के प्रयासों से 2014 में भारत में केवल 2 मोबाइल विनिर्माण इकाइयां थीं, जो अब बढ़कर 300 से अधिक हो गई हैं।
सैमसंग की रणनीति और बढ़ती मांग
सैमसंग इंडिया ने हाल ही में कहा कि उसका नया ‘मेड इन इंडिया’ गैलेक्सी जेड फोल्ड7 ग्राहकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रमुख राजू पुल्लन ने बताया कि टियर 3 और टियर 4 शहरों से भी डिवाइस की जबरदस्त मांग आ रही है।

गैलेक्सी जेड फोल्ड7 की मांग इतनी बढ़ गई है कि देश के कई चुनिंदा बाजारों में यह स्मार्टफोन ‘आउट-ऑफ-स्टॉक’ हो गया है।
भारत में सैमसंग का रिसर्च हब
कंपनी के पास भारत में अपनी रिसर्च यूनिट में 7,000 से अधिक इंजीनियर हैं, जो नई तकनीक और इनोवेशन पर काम कर रहे हैं।
👉 यह कदम भारत को न केवल एक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में मदद करेगा, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ मिशन को भी नई ऊँचाई तक ले जाएगा।