
नई दिल्ली, अगस्त 2025 – अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की लगातार आर्थिक धमकियों और टैरिफ के दबाव के बीच भारत ने अब एक वैकल्पिक रणनीति यानी Plan-B पर तेज़ी से काम करना शुरू कर दिया है। यह कदम भारत की व्यापारिक संप्रभुता और वैश्विक साझेदारी को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।

पृष्ठभूमि: ट्रंप की धमकी और व्यापारिक दबाव
डोनाल्ड ट्रंप, जिन्होंने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति के तहत कई देशों पर टैरिफ बढ़ाने का दबाव बनाया था, भारत को भी अपने निशाने पर ले चुके हैं। उनका आरोप था कि भारत अमेरिकी कंपनियों के लिए “अनफेयर ट्रेडिंग पॉलिसी” अपनाता है, और इसी कारण उन्होंने भारत को GSP (Generalized System of Preferences) से बाहर कर दिया था।
हाल ही में ट्रंप द्वारा फिर से दिए गए एक बयान में उन्होंने संकेत दिया कि यदि भारत अमेरिका की शर्तें नहीं मानता, तो उस पर भारी आयात शुल्क लगाया जाएगा।

भारत का जवाब: Plan-B

भारत सरकार ने अब ट्रंप की इस ‘टैरिफ धमकी’ को हल्के में न लेते हुए Plan-B पर अमल शुरू कर दिया है। इस योजना के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
- वैकल्पिक बाजारों की तलाश: भारत अब व्यापार के लिए दक्षिण एशिया, अफ्रीका, यूरोप और लैटिन अमेरिका जैसे नए और उभरते बाजारों पर फोकस कर रहा है, जिससे अमेरिका पर निर्भरता कम हो।
- आत्मनिर्भर भारत को बल: केंद्र सरकार ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों को और तेज़ कर विदेशी उत्पादों के विकल्प देश में ही विकसित कर रही है।
- नए व्यापार समझौते: यूरोपीय संघ, ASEAN और खाड़ी देशों के साथ नए FTA (Free Trade Agreement) पर तेजी से बातचीत चल रही है ताकि अमेरिकी दबाव का मुकाबला किया जा सके।
- डिजिटल और तकनीकी सहयोग: भारत टेक्नोलॉजी, फिनटेक और रक्षा उत्पादन में जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस जैसे देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी बना रहा है।
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